अगर आप कल सुबह उठे और आपको पता चले कि आपने अपने जीवन का एक हफ्ता खो दिया है, तो आप क्या करेंगे ? और ऐसा बहुत ज़्यादा हैंगओवर या कोमा की वजह से नहीं हुआ। बल्कि इसलिए हुआ क्योंकि अधिकारियों ने तय किया था कि कैलेंडर बदलने वाला है। ये सुनने में भले ही यह अजीब लगे, लेकिन 15 अक्टूबर, 1582 की सुबह कुछ यूरोपीय लोगों ने यही महसूस किया था।
आपको शायद इस बात पर यकीन ना हो, इसलिए हमारा आपसे अनुरोध है कि आप पहले गूगल पर जाकर 1582 का कैलेंडर देखें। आपको देखने को मिलेगा कि उस साल अक्टूबर के महीने में सिर्फ 21 दिन ही है। जबकि वास्तव में अक्टूबर 31 दिनों का महीना होता है। दरअसल, 1582 में अक्टूबर महीने में 5 अक्टूबर से लेकर 14 अक्टूबर तक की तारीख को गायब कर दिया गया था। इसलिए अक्टूबर महीने में 10 दिन कम हो गए थे। हालांकि, अब सवाल आता है कि आखिर 1582 में कैलेंडर से 10 दिन क्यों कम किए गए ? वहीं दिनों को कम करने के लिए कौन सा तरीका अपनाया गया और कैलेंडर से 10 दिन अक्टूबर महीने से ही क्यों घटाए गए ?
आखिर अक्टूबर से ही क्यों कम किए गए 10 दिन ?
दरअसल, इसका कारण ईसाई त्यौहार हैं। चर्च कैलेंडर से वो 10 दिन कम करना चाहता था, जिनमें कोई ईसाई त्यौहार न आता हो। वहीं, 4 अक्टूबर, 1582 को सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी का पर्व था और इसके बाद अगले 14 अक्टूबर तक कोई त्योहार नहीं था। इसलिए 5 से 14 अक्टूबर तक के दिन को कैलेंडर से हटा गया और 4 अक्टूबर के बाद सीधा 15 अक्टूबर आ गया। हालांकि, अब सवाल आता है कि आखिर 1582 में कैलेंडर से 10 दिन क्यों कम किए गए ? वहीं दिनों को कम करने के लिए कौन सा तरीका अपनाया गया और कैलेंडर से 10 दिन अक्टूबर महीने से ही क्यों घटाए गए ?
10 दिन कम करने के लिए बदला गया कैलेंडर
ईस्टर की तारीख और वास्तविक ईस्टर के बीच दिनों का अंतर बढ़ता देख 1562-63 में कैथोलिक चर्च की परिषद ने पोप से नया संशोधित कैलेंडर जारी कर इस अंतर को ठीक करने के लिए कहा गया। वहीं, इसके लगभग 20 साल बाद फरवरी, 1582 में पोप ग्रेगरी 13वें ने नया कैलेंडर जारी कर दिया, जिसमें से जूलियन कैलेंडर के 10 बढ़े हुए दिन कम कर दिए गए थे और इसको ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) कहा जाने लगा, जो आज भी दुनियाभर में इस्तेमाल किया जाता है।
क्यों कम किए गए 10 दिन
दरअसल, 1582 से पहले यूरोपीय देशों में जूलियन कैलेंडर (Julian Calendar) चलता था। जिसे 40 ईसा पूर्व के आसपास रोम के शासक जूलियस सीजर द्वारा जारी किया गया था। हालांकि, यह नॉर्मल सोलर ईयर से 11 मिनट 14 सेकंड लंबा था, जिस कारण जूलियन कैलेंडर में हर 314 साल में एक दिन बढ़ जाता था। इसके कारण ईसाई त्योहार ईस्टर की तारीख निर्धारित करने में काफी दिक्कत होने लगी थी। वही दिनों में आए अंतर की वजह से साल 1582 तक 10 दिनों का अंतर हो गया, जिसे अक्टूबर के महीने में दिनों को घटा कर कम किया गया था।
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