गाजीपुर. यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया मुख़्तार अंसारी के खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में रविवार को गाजीपुर में एक बार फिर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ 3.5 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति को कुर्की की कार्रवाई की है. यह कार्रवाई शहर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत महुआ बाग इलाके में की गई है.
पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर ओजस्वी चावला ने बताया कि जिलाधिकारी गाजीपुर के आदेश के क्रम में गैंगस्टर एक्ट 14 (1) के तहत आईएस 191 गैंग लीडर मुख्तार अंसारीकी बेनामी संपत्ति कुर्क की गई है. यह बेनामी संपत्ति शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के महुआबाग में स्थित है. जिसका रकबा 811 वर्ग मीटर है. उन्होंने बताया कि कुर्क की गई जमीन की अनुमानित कीमत लगभग तीन करोड़ पचास लाख रुपये है. पुलिस प्रशासन ने डुगडुगी बजाते हुए कुर्क की कार्रवाई की है.
मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति कुर्क
इससे पहले भी मुख्तार अंसारी और उनकी पत्नी तथा सालों के नाम से दर्ज कई जमीने कुर्क की जा चुकी है. माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे प्रदेश सरकार के अभियान के तहत इस कार्रवाई से क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा. प्रशासन के मुताबिक आज कुर्क की गई 811 वर्ग मीटर का प्लाट मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति है, जो उनकी माता राबिया खातून के नाम पर दर्ज है. इस कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही.
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बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी शातिर अपराधी है जिसके खिलाफ विभिन्न जिलों में 56 मुकदमे दर्ज हैं. उल्लेखनीय है कि गाजीपुर जिले के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद निवासी मुख्तार अंसारी 1996 से 2017 तक मऊ जिले की शहर विधानसभा सीट से लगातार विधायक चुने गये और इस बार चुनाव में मुख्तार के पुत्र अब्बास अंसारी मऊ शहर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी गठबंधन सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की टिकट पर निर्वाचित हुए हैं.