सालों भर सियासी हलचल वाले उत्तर प्रदेश में भले ही अभी चुनावी मौसम नहीं है , मगर माहौल उससे कम भी नहीं है | अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से रिश्ते टूटने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपना फ्यूचर प्लान बताया | उन्होंने सपा के पत्र को लेकर कहा कि यह पत्र अपरिपक्वता है | उन्होंने अखिलेश यादव से सवाल किया कि अगर यही करना था तो इस पत्र की क्या जरूरत थी , आप मुझे विधानमंडल दल से निकाल देते | इस दौरान शिवपाल यादव का रिश्ते टूटने का दर्द भी छलका , जिसमें उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान सपा के सिंबल को अपनाया था|
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मीडिया के माध्यम से मुझे इस पत्र के बारे में पता चला कि औपचारिक स्वतंत्रता मुझे दे दी गई है और यह अपरिपक्वता है | अगर यही था तो आप मुझे विधानमंडल दल से निकाल देते और इस पत्र की क्या ज़रूरत है , क्योंकि संविधान के अनुसार हम सब स्वतंत्र हैं | इससे तो यही लगता है कि ये सब अपरिपक्व हैं |
समाजवादी पार्टी से रिश्ता खत्म होने पर अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर शिवापाल सिंह यादव ने कहा कि हमने तो चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी का सिंबल लिया , अपनी पार्टी छोड़ी और समाजवादी पार्टी के लिए पूरी मेहनत की और उसके बाद यह पत्र जारी किया जाता है | यह महज अपरिपक्वता है | बता दें कि बीते दिनों सपा की ओर से शिवपाल सिंह यादव के लिए जारी पत्र में कहा गया था कि शिवपाल सिंह यादव जी , अगर आपको लगता है कि कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं |
शिवपाल सिंह यादव ने कहा
आगे क्या गठबंधन की संभावना है ? आप मुज्यमंत्री योगी से भी मिले, ओम प्रकाश राजभर भी आपसे टच में हैं; इस सवाल के जवाब में शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अभी मैं केवल अपने संगठन को तैयार और मजबूत कर रहा हूं| अगर जब भी कोई गठबंधन की बात होगी तो आपके सामने आ जाएगी | अभी तो मैं अब केवल अपनी पार्टी को मजबूत कर रहा हूं और जहां तक ओम प्रकाश राजभर की बात है तो मुलाकात और शिष्टाचार भेंट जरूर होती है लेकिन कहीं पर भी अभी गठबंधन का कोई रुख नहीं है | सीएम योगी से डिनर पर राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए ही मुलाकात हुई थी|