डिजिटल डेस्क : पाकिस्तान की सत्ता में 70 साल से अधिक समय तक दखल रखने वाली वहां की आर्मी 50 से ज्यादा बड़े बिजनेस भी चलाती है। पाकिस्तान की संसद में रखे गए आधिकारिक दस्तावेज के मुताबिक, आर्मी का कुल बिजनेस करीब 1.5 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक है।पाकिस्तानी आर्मी वहां का सबसे बड़ा बिजनेस हाउस है। इसी वजह से आर्मी पाकिस्तान की सियासत में पूरा दखल रखती है।
आर्मी वहां पेट्रोल पंप से बेकरी तक के कारोबार शामिल है। आर्मी से जुड़े अलग- अलग ट्रस्ट वहां पेट्रोल पंप से लेकर बड़े इंडस्ट्रियल पार्क, बैंक, बेकरी, स्कूल-यूनिवर्सिटी, होजरी कंपनी, डेयरी फार्म और सीमेंट प्लांट तक चलाते हैं।
आर्मी के 25 पूर्व अफसरों के स्विस बैंक में अकाउंट
क्रेडिट सुईस की अक्टूबर 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, पाक आर्मी के 25 पूर्व अफसरों के स्विस बैंक में अकाउंट हें। इसमें करीब 80 हजार करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति जमा है। इनमें ISI के चीफ रह चुके जनरल अख्तर अब्दुल रहमान खान के अकाउंट में 15 हजार करोड़ रुपए जमा हैं।
करप्शन के आरोप आर्मी में मेजर रैंक से ऊपर के 72 अफसर सस्पेंड हुए
पाकिस्तान के इतिहास में अब तक मेजर रैंक से ऊपर के 72 फौजी अफसरों को करप्शन के आरोपों में सस्पेंड किया जा चुका है। इमरान सरकार के कार्यकाल में भी 6 अफसरों पर करप्शन के आरोपों की जांच चल रही है। पाकिस्तान PM इमरान खान ने पिछले हफ्ते ही एक रैली में तंज कसते हुए कहा था कि इंडियन आर्मी में करप्शन नहीं है।
8 शहरों में आर्मी के पास 2 लाख करोड़ रुपए की जमीन
आर्मी के पास पाकिस्तान के 8 शहरों में डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी (DHA) की कमान है। इनमें इस्लामाबाद, रावलपिंडी, कराची, लाहौर, मुलतान, गुजरांवाला, बहावलपुर, पेशावर और क्वेटा शामिल हैं। कैंट एरिया के साथ प्रमुख शहरों के पॉश एरिया में भी आर्मी जमीन आवंटित करती है। आर्मी के पास करीब 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की जमीन है।
ट्रस्ट के जरिए जमीन की बंदरबाट
पाकिस्तान डिफेंस मिनिस्ट्री ने सभी अंगों के लिए ट्रस्ट बनाया हुआ है। फौजी फाउंडेशन, आर्मी वेलफेयर ट्रस्ट और शाहीन फाउंडेशन एयरफोर्स और थल सेना के पूर्व कर्मियों के लिए है। बाहरिया फाउंडेशन नौसेना के पूर्व कर्मियों के लिए है। बिजनेस से होने वाले फायदे को शेयर होल्डर रिटायर्ड फौजियों में बांटा जाता है।
पनामा पेपर्स: मुशर्रफ के जनरल रहे शाह की लंदन में 5 हजार करोड़ की संपत्ति
हाल में पनामा पेपर्स लीक में ले. जरनल शफतुल्ला शाह की लंदन में 5 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ। मुशर्रफ के राष्ट्रपति काल में शाह दूसरे सबसे सीनियर अफसर थे। ISI के पूर्व चीफ मेजर जनरल नुसरत नईम की 2700 करोड़ की ऑफशोर कंपनियां भी सामने आईं।
अफीम कारोबार: मुजाहिदीन को मदद के लिए अमेरिकी मदद को हड़प लिया
अफगानिस्तान में 1980 के दशक में मुजाहिदीन लड़ाकों के लिए अमेरिका से मिलने वाली मदद का बड़ा हिस्सा ISI चीफ रहे असद दुर ने हड़प लिया। सूत्रों के अनुसार असद दुर ने अफीम के कारोबार में पाकिस्तानी सेना और ISI के जासूसों को भी उतार दिया। बाद में हुई जांच में असद के स्विस बैंक में लगभग 2 हजार करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति मिली।
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पिज्जा चेन: अमेरिकी कंपनी में जनरल असीम ने लगाए थे 22 हजार करोड़ रुपए
पाकिस्तानी सेना की क्वेटा कॉर्प्स के ले. जनरल असीम सलीम बाजवा को जनरल पापा जॉन्स कहा जाता था। उन्होंने अपने परिवार के लोगों के नाम पर अमेरिका के मशहूर पिज्जा चेन पापा जोंस में लगभग 22 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था। पूर्व आर्मी चीफ अशफाक कियानी के दाे भाई इस्लामाबाद के 15 हजार करोड़ के हाउसिंग स्कैंडल में लिप्त रहे।