बॉलीवुड इस समय बुरे दौर से गुजर रहा है। एक तो फिल्मों को दर्शक नहीं मिल रहे हैं, दूसरी तरफ लोग सोशल मीडिया पर फिल्मों का बायकॉट किए जाने की मांग कर रहे हैं। साल 2022 बॉलीवुड के लिए कुछ खास नहीं रहा है। शुरुआती साल में जहां फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म नहीं किया तो वहीं बीते कुछ वक्त से सोशल मीडिया पर बॉलीवुड फिल्मों को बायकॉट किया जा रहा है, जिसका बड़ा असर फिल्मों के कलेक्शन पर दिखा है। हाल में आमिर खान की ‘लाल सिंह चड्ढा’ और विजय देवरकोंडा की ‘लाइगर’ के खिलाफ सोशल मीडिया पर ऐसे ही कैंपेन चलाए गए हैं।
दोनों की ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कोई जलवा नहीं दिखा सकी हैं। अब इस लिस्ट में कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड की सबसे आइकॉनिक फिल्म ‘शोले’ भी शामिल हो गई है। सोशल मीडिया पर इस फिल्म की आलोचना की जा रही है और कहा जा रहा है कि बॉलीवुड 70 के दशक से ही हिंदूफोबिक यानी हिंदुओं के खिलाफ डर और नफरत फैला रहा है।
शोले, सुहाग और पाताल लोक का भी जिक्र
दरअसल सोशल मीडिया पर अब पुरानी फिल्मों का भी बायकॉट देखने को मिल रहा है। कुछ ट्वीट्स ऐसे देखने को मिले हैं, जहां शोले से लेकर सुहाग तक पर निशाना साधा गया है। ऐसे ही एक ट्वीट में शोले और सुहाग का जिक्र करते हुए लिखा गया, ‘1970 से ही फिल्मों में हिंदू फोबिया शुरू हो गया था। पहली तस्वीर शोले की जिसे जावेद अख्तर ने लिखा था, दूसरी तस्वीर सुहाग की जिसे कादर खान ने लिखा था। दोनों ही बड़ी हिट साबित हुई थी।’ वहीं तस्वीरों के माध्यम से दिखाया गया कि शोले में गांव के रहीम चाचा को बहुत अच्छा आदमी दिखाया गया था। वहीं दूसरी तरफ सुहाग में अमजद खान और अन्य कलाकारों को साधुओं के वेश में दिखाया गया है जो फिल्म में अपराधी बने थे। इसके साथ ही कैप्शन में #Hinduphobic_Bollywood भी लिखा गया है।
फिल्मों के रिलीज से पहले ही हो रही है बायकॉट की मांग
अब देखना है कि बॉलीवुड के बायकॉट के इस ट्रेंड में कौन-कौन सी फिल्मों को घसीटा जाता है। अभी तो हालात कुछ अच्छे नजर नहीं आ रहे हैं और जो भी फिल्म रिलीज होने वाली होती है उससे पहले ही उसका बायकॉट किए जाने की मांग की जाने लगती है। अब रणबीर कपूर और आलिया भट्ट् की आने वाली फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ का भी लोग सोशल मीडिया पर विरोध कर रहे हैं।
read more :विधायकों को मुख्यमंत्री आवास से किया जा रहा शिफ्ट,ले जायेगे छत्तीसगढ़