Bharat Me Bigadte Halaat Ke Peeche PM Modi Ka Badbolapan Aur Ghamand- Foreign Media

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Bharat Me Bigadte Halaat Ke Peeche PM Modi Ka Badbolapan Aur Ghamand- Foreign Media

भारत में कोरोना के बढ़ते हालातों को देखते हुए विदेशी मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर तल्ख़ टिपण्णी की है। कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर में केंद्र सरकार के नाकाम होने पर विदेशी मीडिया द्वारा सच्चाई को खुलकर सामने रखा जा रहा है। Bharat Me Bigadte Halaat

यह उदाहरण फ्रांस के अख़बार मोंडे (Le Monde ) का है। आइए आपको कुछ पॉइंट्स में बताते है कि इस अख़बार ने अपने एडिटोरियल में देश की केंद्र सरकार के लिए क्या – क्या लिखा ह –

प्रतिदिन 3.5 लाख नए कोरोना पेशेंट तथा 2000 से अधिक मौतें। यह हालात खतरनाक वायरस के कारण है, परंतु इसके पीछे भारत के प्रधानमंत्री का घमंड, बड़बोलापन तथा वीक प्लानिंग का हाथ भी है। Bharat Me Bigadte Halaat

पहले तो दुनियाभर में वैक्सीन का एक्सपोर्ट करके ढिंढोरा पीट लिया। अब 3 महीने पश्चात खुद भारत में खौफ का मंजर देखने को मिल रहा।

भारत की स्थिति आपे के बाहर हो चुकी हैं। इंटरनेशनल स्तर पर सहायता की आवश्यकता है। 2020 में एकदम से लॉकडाउन लगा जिससे लाखों प्रवासी मजदूरों को शहर छोड़ना पड़ा। पीएम ने बीते वर्ष सिस्टम लॉक करके सब कुछ रोका तथा 2021 की शुरुआत में सब खुला छोड़ दिया।

जरूरी टीकाकरण शायद 2023 तक भी न पूरा हो
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मेडिकल व्यवस्था पर केवल भाषण दिए गए। जनता की सुरक्षा के बदले फालतू के उत्सव किये गए। PM मोदी ने हालातों को बिगाड़ दिया है। राज्य के चुनाव में जीत के लिए प्रचार किये गए जहां पर उन्होंने बिना मास्क के एकत्रित हुई हजारों की जनसँख्या को संबोधित किया। कुंभ में लगने वाले मेले को भी परमिशन दे दी। लाखों लोग एकत्रित हुए जिससे ये कोविड का हॉटस्पॉट बन गया।

प्रधानमंत्री मोदी का सब को वैक्सीन देने का लक्ष्य, परंतु वह देश की उत्पादन क्षमता की हकीकत से वाकिफ नहीं हैं। जहां से राजनीतिक फायदा मिले वहां टीकाकरण को प्राथमिकता दी गई, न कि आवश्यकता के हिसाब से। परिणाम यह है कि अब तक सिर्फ 10 प्रतिशत आबादी को ही वैक्सीन मिली है। यानी की हर्ड इम्युनिटी प्राप्त करने के लिए आवश्यक टीकाकरण शायद 2023 तक भी पूरा न किया जा सके।

इन हालातों को ध्यान में रखते हुए यह एकजुटता दिखाने का समय है। इस वक़्त वह सब करना चाहिए जिससे उन लाखों लोगों के दुखों को कम किया जा सके जो एक बार फिर से भारत में गरीबी रेखा के नीचे पहुँच गए हैं। अमेरिका, यूरोप, फ्रांस, जर्मनी तथा ब्रिटेन ने वैक्सीन की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए पहले ही सहायता भेजने की घोषणा कर दी है। Bharat Me Bigadte Halaat

Written By : Aarti

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