लखनऊ : लखनऊ राजधानी की पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार की गर्ज तथा आम जनता में पुलिस के गिरते वकार को बहाल करने के उद्देश्य से प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राजधानी लखनऊ सहित कुछ शहरों में कमिश्नरेट प्रणाली लागू की थी ।किंतु दो वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी राजधानी लखनऊ की पुलिस ना तो कमिश्नरेट प्रणाली के अनुरूप ढल पाई, और ना ही कमिश्नरेट प्रणाली की गरीमा के अनुरूप अपने आचरण में सुधार ला पाई ।
राजधानी के अधिकांश थाने आज भी पुराने ढर्रे पर चल रहे हैं जहां पुराने मुखबिरों की पकड़ाई पुड़ियों पर गुडवर्क बना कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, आम जनता की क्या कहें अब तो सीधे सम्मानित पत्रकारों को भी पुलिस के फर्जी गुड वर्को का शिकार बनना पड रहा है।
दो दिन पहले ही बलिया जिले में पर्चा लीक प्रकरण को उजागर करने वाले दैनिक अमर उजाला के सम्मानित पत्रकारों को बलिया पुलिस ने सम्मानित करने के स्थान पर जेल भेजा था, तो वहीं राजधानी लखनऊ की गोमतीनगर पुलिस ने एक निर्दोष पत्रकार पर गैंगस्टर की कार्रवाई कर जेल भेज दिया।
गोमतीनगर थाना क्षेत्र के खरगापुर निवासी एवीपी न्यूज 24 के पत्रकार स्पर्श गुप्ता को कवरेज करवाने के बहाने गोमतीनगर थाना प्रभारी ने थाने बुलाया और एक अन्य अपराधी के साथ फाईली बनाकर गैंगस्टर की कार्रवाई कर आनन फानन में जेल भेज दिया ।
पत्रकार स्पर्श गुप्ता की माता जी के अनुसार उनका अपने परिवारिक चुन्नू लाल गुप्ता उर्फ सी एल गुप्ता से संपत्ति एवं पैसे के लेन देन को लेकर विवाद चल रहा है, जिसके कारण एक वर्ष पुर्व चुन्नू लाल गुप्ता ने साजिश रचकर उनके पुत्र स्पर्श गुप्ता को एक स्मैक बेचने वाले के साथ पकड़वा दिया था ।स्पर्श गुप्ता की मां के अनुसार चुन्नू लाल गुप्ता उर्फ सी एल गुप्ता ने स्पर्श से कुछ सामान मंगाया और पास ही खड़े स्मैक के तस्कर अमित रस्तोगी की गाड़ी पर बिठा दिया कि इसी के साथ चले जाओ ।
स्पर्श गुप्ता जैसे ही अमित रस्तोगी के साथ कुछ दूर गया पहले से घात लगाए बैठी गोमतीनगर पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया तथा एनडीपीएस में निरुद्ध कर दिया, जबकी उस समय भी अपने हर बयान में अमित रस्तोगी ने स्पर्श गुप्ता को बेकसूर बताया था ।
अमित रस्तोगी गोमतीनगर थाने का वांक्षित अपराधी है तथा स्मैक तस्करी में लिप्त रहता है, ये बात स्पर्श गुप्ता नहीं जानता था ।दिनांक 29/3/2022- को गोमतीनगर थाने से स्पर्श के पास फोन आया कि थाने आ जाओ एक केस है कवरेज करने।
स्पर्श गुप्ता जैसे ही थाने पहुंचे तो पहले से ही थाने में बिठाकर रखें गये अमित रस्तोगी के साथ उनपर भी गैंगस्टर की कार्रवाई कर आनन फानन में जेल भेज दिया।मूल रूप से जिला मथुरा के निवासी स्पर्श गुप्ता की लखनऊ में काफी संपत्ति है जिसपर उनके फूफा सी एल गुप्ता उर्फ चुन्नू लाल गुप्ता की नजर है, यही नहीं सी एल गुप्ता उर्फ चुन्नू लाल गुप्ता ने कयी बार बहाने से स्पर्श की मां से लाखों रूपए ठग लिए हैं, जिसको मांगने पर चुन्नू लाल गुप्ता अपनी पहुंच का हवाला देकर धमकाता रहा है।
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स्पर्श गुप्ता की मां ने अपने बेटे को साजिशन फंसाया गया बताते हुए मुख्यमंत्री प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी सहित पत्रकारों के एक बड़े संगठन आल इन्डियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन आईरा से मदद एवं किसी न्यायिक अधिकारी से पूरे प्रकरण की जांच करवाने की गुहार लगाई है ।
इस प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए आईरा उत्तर प्रदेश ने तत्काल एक आपातकालीन बैठक कर गोमतीनगर पुलिस की कार्रवाई की कड़ी भर्त्सना की तथा इसके विरुद्ध आवाज बुलंद करने का निर्णय लिया है।