Homeउत्तर प्रदेशबाराबंकी में हाहाकार मोहल्ले बने टापू, हर तरफ पानी ही पानी, रेस्क्यू...

बाराबंकी में हाहाकार मोहल्ले बने टापू, हर तरफ पानी ही पानी, रेस्क्यू हुआ मुश्किल

बाराबंकी चौबीस घंटे की बारिश के बाद बाराबंकी शहर के हालात बेकाबू हो गए हैं। शहर के हजारों घरों में जहां पानी भर गया है वहीं सैकड़ों परिवार सड़क पर आ गए हैं। लोग दुकान के बरामदों, ओवरब्रिज के नीचे आश्रय लिए हुए हैं। मुख्य सड़क समेत आधा दर्जन सड़कों पर आवागमन बंद कर दिया गया है जबकि अधिकतर सड़कें पहले से जलमग्न है। रेल और बस सेवाएं भी प्रभावित हैं। पूरी रात रेस्क्यू चलता रहा। ढाई सौ से अधिक लोगों को जवानों द्वारा निकाला गया।

बारिश थमने के बाद भी बाहरी क्षेत्र से आए पानी से शहर में हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। सोमवार को रात और फिर पूरा दिन ही बारिश के बाद पूरे शहर में जलभराव हो गया था। जमुरिया नाला के किनारे बसे 500 घरों में पानी भर गया था। सोमवार को दिन भर 600 लोगों को स्टीमर से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया लेकिन रात में हालात और बिगड़ते चले गए।

मोहल्ले बने टापू

सोमवार शाम तेज बारिश बंद होने के बाद हालात सुधरने की बजाय बिगड़ते चले गए। रात में शहर के बीच से गुजरा जमुरिया नाले का पानी पुलों के ऊपर से बहने लगा। कमरियाबाग, अभयनगर, हड्डीगंज, नईबस्ती, सत्य प्रेमी नगर समेत शहर के आधे से अधिक मोहल्ले टापू बन गए हैं। पानी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सभी सड़के पानी में डूबी हुई है। शहर के बीच से गुजरे लखनऊ अयोध्या हाईवे पर पानी भरने से आवागमन पर रोक लगा दी गई है। देवा रोड खुला है मगर इस रोड से शहर के अंदर जाने वाली सभी सड़कों पर आवागमन रोक दिया गया है।

छाया चौराहा, राजकमल रोड, कमरियाबाग, सत्यप्रेमीनगर, पीरबटावन, दशहराबाग खलारिया, श्रीनगर जैसी कॉलोनी में जाने वाली सड़कों पर बैरियर लगाकर आवागमन बंद कर दिया गया है। पुलिस तैनात कर दी गई है। शहर के सभी स्कूलों में पानी भरा है और स्कूल पहले से ही बंद है। भीषण जलप्लावन के कारण सुबह शहर के मुख्य बाजार की इक्का दुक्का दुकानें खुली है। लोग दूध और अन्य जरूरी सामान के लिए भटकते रहे। शहर का कमरियाबाग का मुख्य कब्रिस्तान जलमग्न हो गया है।

रेस्क्यू हुआ मुश्किल, पेयजल के लिए मचा हाहाकार

राहत और बचाव कार्य भी मुश्किल हो रही हैं। वहीं, बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हुए मोहल्ले के लोग सड़क पर आ गए हैं। तमाम लोग देवा रोड पर ओवर ब्रिज के नीचे मकान के बरामदों और दुकानों में शरण लिए हैं। भूख प्यास से बेहाल परिवारों ने सड़क पर ही खाना बनाना शुरू कर दिया है। अधिकतर मोहल्लों में 24 घंटे से बिजली न होने के कारण लोगों के मोबाइल तक नहीं चार्ज हो पाए हैं। पेयजल के लिए हाहाकार मचा है।

बरसात बंद होने के बाद भी शहर को बाढ़ से मुक्ति नहीं मिल रही है इसलिए माना जा रहा है कि देवा, जहांगीराबाद व अन्य क्षेत्रों का पानी भी शहर में ही आ रहा है। एसडीएम विजय कुमार त्रिवेदी ने बताया कि रेस्क्यू किया जा रहा है। जहां पर लोग आश्रय लिए हैं वहां खाना बांटने की तैयारी चल रही है।

read more : मोनू मानेसर को गुरुग्राम से गिरफ्तार, नासिर-जुनैद हत्याकांड में हुई बड़ी कार्रवाई

- Advertisment -

Recent Comments

Exit mobile version