लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को एक के बाद एक कई बड़े झटके लग रहे हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद दारा सिंह चौहान के रूप में बीजेपी को एक और झटका लगा है. यूपी सरकार के मंत्री दारा सिंह चौहान ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
दारा सिंह चौहान ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का भेजे पत्र में कहा है कि सरकार की पिछड़ों, दलितों, वंचितों और शोषितों के प्रति उपेक्षात्मक रवैये के कारण वह इस्तीफा दे रहे हैं.
दारा सिंह चौहान ने अपने पत्र में लिखा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में वन, पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षआत्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ खिलावाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं यूपी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.
बता दें, इससे पहले दारा सिंह चौहान को स्पेशल चार्टर प्लेन दिल्ली बुलाने की सूचना आयी थी. कयास भी लगाया जा रहा था कि वह सपा का दामन थामने वाले हैं. इससे पहले भी, 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले दारा सिंह चौहान ने बहुजन समाज पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था. वह मऊ की मधुबन विधानसभा सीट से विधायक हैं. उनकी बदौलत ही बीजेपी को इस सीट पर पहली बार जीत मिली थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दारा सिंह चौहान मऊ की घोसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. यह सीट गठबंधन में ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा को मिलने वाली है. इस सीट से माफिया और विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास चुनाव लड़ते हैं.
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